जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
।।शिव चालीसा।। आनंद की अनुभूति दिलाने वाले भगवान भोलेनाथ का शिव चालीसा पढ़ने का अलग ही महत्व है। शिव चालीसा के माध्यम से अपने सारे दुखों को भूला कर शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
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सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं shiv chalisa in hindi - भजन
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भए प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
श्री more info गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
अर्थ- आपकी जटाओं से ही गंगा बहती है, आपके गले में मुंडमाल है। बाघ की खाल के वस्त्र भी आपके तन पर जंच रहे हैं। आपकी छवि को देखकर नाग भी आकर्षित होते हैं।
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
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